Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics
The sacred hymn ‘Shri Krishna Govind Hare Murari’ holds a profound place in the heart of Hindu culture, encapsulating the essence of devotion and love towards Lord Krishna. This introduction delves into its origins, tracing back to ancient scriptures, and underscores its significance in nurturing spiritual growth among devotees. In this blog, we have provided the ‘Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics’ for the devotees of Krishna.
पवित्र भजन ‘श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी’ हिंदू संस्कृति के दिल में एक गहरा स्थान रखता है, जो भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रेम का सार समाहित करता है। यह परिचय इसके मूल में गहराई से उतरता है, प्राचीन धर्मग्रंथों का पता लगाता है, और भक्तों के बीच आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने में इसके महत्व को रेखांकित करता है। इस ब्लॉग में, हमने कृष्ण के भक्तों के लिए ‘श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी लिरिक्स’ प्रदान किया है।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी लिरिक्स हिंदी में
सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे,
तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम: ॥श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण…॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण…॥
॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी…॥
बंदी गृह के, तुम अवतारी
कही जन्मे, कही पले मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
गोकुल में चमके, मथुरा के तारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
अधर पे बंशी, ह्रदय में राधे
बट गए दोनों में, आधे आधे
हे राधा नागर, हे भक्त वत्सल
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
वही गए वही, गए वही गए
जहाँ गए पुकारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
गीता में उपदेश सुनाया
धर्म युद्ध को धर्म बताया
कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा
यह सन्देश तुम्ही से पाया
अमर है गीता के बोल सारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधू सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देवा
॥ श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी…॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
हरी बोल, हरी बोल,
हरी बोल, हरी बोल ॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics in english
Shri Krshna Govind Hare Murari
He Nath Narayan Vasudeva॥ He Nath Narayan…॥
Ek Maat Svami Sakha Hamare
He Nath Narayan Vasudeva॥ He Nath Narayan…॥
॥ Shri Krshna Govind Hare Murari…॥
Bandi Grah Ke Tum Avatari
Kahi Janme Kahi Pale Murari
Kisi Ke Jaye Kisi Ke Kahaye
Hai Adbhud Har Baat Tihari॥ Hai Adbhud…॥
Gokul Mein Chamake Mathura Ke Tare
He Nath Narayan Vasudeva॥
॥ Shri Krshna Govind Hare Murari…॥
Adhar Pe Banshi Hraday Mein Radhe
Bat Gaye Donon Mein Aadhe Aadhe
He Radha Naagar He Bhakt Vatsalya
Sadaiv Bhakton Ke Kaam Sadhe॥ Sadaiv Bhakton…॥
Vahi Gaye Vahi Gaye Vahi Gaye
Jaha Gaye Pukare
He Nath Narayan Vasudeva॥
॥ Shri Krshna Govind Hare Murari…॥
Geeta Mein Upadesh Sunaya
Dharm Yuddh Ko Dharm Bataya
Karm Tu Kar Mat Rakh Phal Ki Ichchha
Yah Sandesh Tumhi Se Paya
Amar Hai Geeta Ke Bol Sare
He Nath Narayan Vasudeva॥
॥ Shri Krshna Govind Hare Murari…॥
Tvamev Mata Cha Pita Tvamev
Tvamev Bandhu Sakha Tvamev
Tvamev Vidya Dravinan Tvamev
Tvamev Sarvan Mam Dev Deva